2017 में, ICRC ने मध्य पूर्व, अफ्रीका और एशिया में लोगों की जरूरत के लिए भारतीय आपूर्तिकर्ताओं से INR 111 करोड़ (USD 17.08 मिलियन) से अधिक मूल्य की वस्तुओं और सेवाओं की खरीद की। भारत सबसे महत्वपूर्ण वैश्विक विनिर्माण केंद्रों में से एक के रूप में उभर रहा है और नई दिल्ली स्थित ICRC की एशिया सोर्सिंग टीम विनिर्माण इकाइयों के साथ कार्यरत है जो कि नैतिकता, गुणवत्ता बनाए रखती हैं और भारत से स्रोत वस्तुओं और सेवाओं के लिए सामाजिक और पर्यावरणीय रूप से जिम्मेदार हैं। एक सामाजिक रूप से जिम्मेदार संस्थान होने के नाते, ICRC खरीद नैतिकता और गुणवत्ता मानकों के अनुपालन पर बहुत जोर देता है। यह न केवल यथार्थवादी और औसत दर्जे के मापदंडों का पालन करता है, बल्कि यह बाहरी प्रयोगशालाओं में कठोर परीक्षण के बाद आपूर्तिकर्ता आकलन, ऑडिट और कोचिंग की भी व्‍यवस्‍था करता है। इस प्रक्रिया के माध्यम से, कई निर्माताओं ने सुधारात्मक उपायों पर सिफारिशें प्राप्त की हैं और वे स्‍वयं को समान वस्तुओं और सेवाओं के उत्पादन के लिए विश्व स्तर पर स्वीकृत मानदंडों तक लाने में सक्षम हुएं हैं। ये मानक यह सुनिश्चित करते हैं कि इन इकाइयों में काम करने वाले लोगों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के उपाय उचित हों और उत्पाद स्वीकृत गुणवत्ता मानदंडों से मेल खाते हों। इसमें अच्छी तरह से सुसज्जित मशीनरी, धूल से मुक्त वातावरण रखने के लिए स्थान, श्रमिकों के लिए हेड कवर, दस्ताने और मास्क की सुविधा, उचित अपशिष्ट प्रबंधन, संकेत-चिन्‍ह, सफाई, स्वच्छता, मूलभूत चिकित्सा सुविधाएं, पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग शौचालय, आदि शामिल हैं। यह पहल ऐसे मानकों के अनुपालन में सहायक है जो अन्य मानवीय खरीदारों के साथ आम हैं। भारत से प्राप्‍त की जाने वाली अन्‍य सेवाओं के साथ-साथ सामानों में चावल, चिकित्सीय भोजन, रसोई सेट, कंबल, चिकित्सा उत्पाद, दवाएं, स्टोव, पुन: प्रयोज्य सैनिटरी पैड, स्वच्छता पार्सल, स्कूल किट, स्लीपिंग मैट, इलेक्ट्रिक केबल, ट्रांसफार्मर जैसे विभिन्न प्रकार के आइटम शामिल हैं।