इंटरनेशनल कमेटी ऑफ रेड क्रॉस (आईसीआरसी) ने हाल ही में भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना के 44 अधिकारियों के लिए अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून (आईएचएल) के बारे में एक प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया। सत्र का आयोजन कॉलेज ऑफ एयर वारफेयर (CAW), सिकंदराबाद में 29-30 मार्च 2019 को हायर एयर कमांड कोर्स (HACC) के अधिकारियों के लिए किया गया था। सत्रों के दौरान जेनेवा कन्वेंशन, हेग कानून, 1977 के अतिरिक्त प्रोटोकॉल और चुनिंदा हथियार संधियों जैसे विषयों पर चर्चा की गई। कोर्स का उद्देश्य अधिकारियों को एयर पॉवर के उपयोग से संबंधित संघर्ष की स्थितियों में आईएचएल (IHL) के अनुप्रयोगों के विषय में अवगत कराना था। इसमें दो दिनों के दौरान, आईसीआरसी और इसकी भूमिका, आईएचएल सिद्धांतों का अवलोकन, व्यक्तियों की संरक्षित श्रेणियों, संघर्ष का वर्गीकरण और कमांड जिम्मेदारी से परिचय कराया गया। दूसरे दिन में एयर पॉवर, एयर और स्‍पेस पॉवर और आईएचएल के उदय और विकास को शामिल किया गया और इसमें वायु सेना के संचालन के परिदृश्य शामिल थे जिन्होंने आईएचएल, मिलिटरी मेडिकल एयरक्राफ्ट, न्‍यूट्रल एयर स्‍पेस, वायु संचालन के प्रकारों तथा अनमैन्‍ड एरियल वेहिकल (UAV) के संचालनों के विषय में महत्वपूर्ण प्रश्न उठाए। प्रतिभागियों ने फिल्म “आई इन द स्काई” पर आधारित मूल आईएचएल सिद्धांतों पर चर्चा की। न्‍यूट्रल एयर स्‍पेस के उल्लंघन के विभिन्न पहलुओं, नागरिक वस्तुओं पर हमले और नागरिकों / नागरिक वस्तुओं को नुकसान से बचाने या नुकसान में कमी करने के दायित्‍व, हथियारों के चयन और यह आईएचएल के तहत शत्रुता के आचरण पर नियमों के लिए निहितार्थ के रूप में चर्चा की गई थी। पाठ्यक्रम का समापन एक वायु संचालन से संबंधित सिंडिकेट अभ्यास – विभिन्न एयर पॉवर परिदृश्यों के साथ अपराध बनाम रक्षा के साथ हुआ। पाठ्यक्रम के सफल समापन पर अधिकारियों को आईसीआरसी प्रमाणपत्र प्रदान किए गए।