हेनरी डुनेंट मेमोरियल मुट कोर्ट प्रतियोगिता के १७ वीं संस्करण का समापन २४ सितम्बर 2017 को हुआ ,आयोजित किये गए इस प्रतिष्ठित एवं रोमांचक प्रतियोगिता में इंस्टिट्यूट ऑफ़ लॉ निरमा यूनिवर्सिटी अहमदाबाद (आई एल एन यू) ने अपने नाम जीत दर्ज की जबकि गुजरात नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (जी एन एल यू) ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया । इस वर्ष आयोजित इस प्रतियोगिता में पूरे भारतवर्ष से पिछले वर्षों की अपेक्षा सबसे ज़्यादा ६१ टीमों ने हिस्सा लिया ।

विदाई समारोह के दौरान बोलते हुए प्रोफ़ेसर भारत देसाई (जवाहर लाल विश्वविद्धालय) ने अपनी वापसी पर ख़ुशी जताई और छात्रों को प्रतियोगिता के कठिन राउंड्स में असाधारण इच्छाशक्ति व प्रयत्न का प्रदर्शन करने पर बधाई दी। प्रोफ़ेसर बी टी कौल (अध्यक्ष, दिल्ली जुडिशीयल अकाडेमी) ने बड़ी संख्या में छात्रों की हिस्सेदारी पर उत्साह व्यक्त करते हुए कहा कि युवा, इंटरनेशनल हुमानिटरियन लॉ (आई एच एल) के मशालवाहक हैं । माननीया ज्योतिका कालरा (सदस्य, नेशनल ह्यूमन राइट्स कमिशन , एन एच आर सी) ने इस प्रतियोगिता में बतौर निर्णायक अपने प्रथम अनुभव पर बोलते हुए कहा कि यह सब निर्णायकों के लिए शानदार होने के साथ-साथ एक शिक्षाप्रद अनुभव था क्योंकि वादविवाद में शामिल सभी विषय अंतर्राष्ट्रीय संविदों की समझ की मांग रखते थे ।

विजयी टीम में रवलीन छाबरा , प्रिया खेमचंदानी एवं श्रेष्ठ वर्धन शामिल हैं , जिन्होंने अपने अध्यापकों व वरिष्ठजनों को इस प्रक्रिया में नेतृत्व प्रदान करने हेतु धन्यवाद दिया। रवलीन छाबरा ने इंडियन सोसाइटी ऑफ़ इंटरनेशनल लॉ (आई एस आई एल) का खासतौर पर ज़िक्र कर कहा की वहां उपलब्ध स्रोतों का भविष्य में होने वाली भावी प्रतियोगिताओं की तैयारी में उपयोग करने की अपील की । यह टीम फ़िलहाल काठमांडू,नेपाल में आयोजित होने वाले दक्षिण एशियाई प्रतियोगिता के क्षेत्रीय राउंड की तैयारी में जुटी है ।

रनर अप टीम में थे समीरा मथियास, राघव भार्गव और नमन लोहिया | ©आईसीआरसी

 

नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ़ स्टडी एंड रिसर्च इन लॉ (एन यू एस आर एल ), रांची के आयुषी सिंह, श्रावणी नवांगुल और विवेक दास ने सर्वश्रेष्ठ स्मृतिपत्र प्रस्तुत करने के लिए पुरुस्कार प्राप्त किया। महाराष्ट्र नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी ( एम एन एल यू), मुंबई के पीयूष लंगड़े को श्रेष्ठ शोधकर्ता के लिए यह पुरुस्कार मिला जबकि नेशनल लॉ स्कूल ऑफ़ इंडिया यूनिवर्सिटी (एन एल एस आई यू ), बेंगलुरु की मनस्विनी जैन को इस प्रतियोगिता में बेहतरीन अधिवक्ता घोषित किया गया ।