अग्रणी मानवीय संगठनों के रूप में आई.सी.आर.सी., संगठन में स्थिरता को एकीकृत करने के अपने नैतिक दायित्व को भली-भाँति समझता है। नई दिल्ली के प्रतिनिधिमंडल  ने स्थायी कार्य-प्रणालियों को अपनाने की दिशा में सकारात्मक प्रयास किया है और हाल ही में बिजली से चलने वाली कारों की खरीद की है, जो रिचार्जेबल बैटरियों से चलती हैं और शून्य उत्सर्जन करती हैं। वे पर्यावरण-हितैषी और आर्थिक दृष्टि से हितकर भी हैं।

2013 में प्रतिनिधिमंडल ने रद्दी कागज के पुनर्चक्रण(रीसाइक्लिंग) का कार्य प्रारंभ किया था और उस समय से लेकर आजतक, इसने अपने कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने के उद्देश्य से, अपने स्थायी विकास वाली ईकाई की सहायता से, अनेक प्रकार के नए-नए व्यवहारों को अपनाया है। इनमें कंपोस्टिंग, एल.ई.डी. बल्बों का प्रयोग, ईलेक्ट्रॉनिक कचरे की रीसाइक्लिंग और कचरे का पृथक्करण शामिल है। जिस प्रकार रीसाइकिल्ड कागजों को पर्यावरण-हितैषी स्टेशनरी, जैसे कि नोटपैड, पैपर बैग्स और लिफाफों में बदला जाता है, उसी प्रकार प्रतिनिधिमंडल की रसोई और बगीचे से निकले ऑर्गेनिक कचरे को खाद(कंपोस्ट) में बदला जाता है, जो पोषक तत्वों से भरे रहने के कारण मिट्टी की उपरी सतह की जरुरतों को, बिना किसी अतिरिक्त प्रयास के ही पूरा कर देते हैं।

ऐसे प्रयासों से, नई दिल्ली का प्रतिनिधिमंडल न केवल हरित क्रांति के अपने पथ पर आगे बढ़ने का गौरव प्राप्त कर रहा हैं, अपितु इनसे उसे, उसके वित्तीय संसाधनों के न्यूनतम उपयोग में भी काफी मदद मिलती है।