जेआईएमएस इंजीनियरिंग मैनेजमेंट टेक्निकल कैम्‍पस स्‍कूल ऑफ लॉ (JEMTEC) के विद्यार्थियों के एक समूह ने रेड क्रॉस की इंटरनेशनल कमेटी (ICRC) की दुनिया व अंतर्राष्‍ट्रीय मानवीय कानून (IHL) को जानने तथा अपने ज्ञान में वृद्धि के उद्देश्‍य से रीजनल डेलि‍गेशन का दौरा किया। अपने प्रोफेसर के साथ 60 किमी. से अधिक की दूरी तय करने वाले लॉ स्‍कूल के सेमेस्‍टर VIII के विद्यार्थी सीखने के लिए उत्‍सुक व इच्‍छुक थे। विद्यार्थियों को फिल्‍म ‘दि स्‍टोरी ऑफ एन आईडिया’ के माध्‍यम से ICRC के ऐतिहासिक पहलुओं से अवगत कराया गया। उसके बाद कम्‍युनिकेशंस की प्रमुख दीप्ति सोनी ने मूवमेंट की संरचना, आईसीआरसी की विश्‍वव्‍यापी उपस्थिति तथा इसके द्वारा भारत व विश्‍व भर में किए जाने वाले कार्यों के बारे में बहुमूल्य अंतर्दृष्टि प्रदान की। उन्‍होंने विद्यार्थियों को इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी (IRCS) के साथ मिलकर स्‍वयंसेवक के रूप में कार्य करने तथा अपने बहुमूल्‍य योगदान के माध्‍यम से मानवता की सेवा करने के लिए प्रेरित किया। ICRC की विधिक सलाहकार सुप्रिया राव ने विद्यार्थियों को अंतर्राष्‍ट्रीय मानवतावादी कानून के विषय में जानकारी प्रदान की। इसके अंतर्गत उन्‍होंने आईएचएल ऐतिहासिक विकास, जस इन बेलो (Jus in Bello) तथा जस एड बेलम (Jus ad Bellum), संघर्ष वर्गीकरण तथा युद्ध की स्थिति में आचरण संबंधी कानूनों के मध्‍य विभेद करने के बारे में भी जानकारी दी। जिनेवा सम्‍मेलन III (GC III) व युद्ध बंदियों (प्रिजनर्स ऑफ वॉर – PoWs) के बारे में इसके प्राविधानों के विषय में भी चर्चा की गई जिसके बाद पैनोरमा का प्रदर्शन किया गया। छात्रों और उनके प्राध्‍यापक ने बातचीत का स्वागत किया और प्रश्‍न व उत्‍तर वाले सत्र के दौरान समान रूप से उत्साहित थे, तथा उन्‍होंने GCs, गतिविधियों और आईएचएल के विभिन्‍न परिस्थितियों में अनुप्रयोगों के बारे में सवाल पूछे। सत्र के बाद उन सभी ने सूचना एवं संसाधन केन्द्र का दौरा किया और समृद्ध ग्रंथ-सूची का अध्ययन किया । आईसीआरसी के लिए आईएचएल और रेड क्रॉस मूवमेंट के संदर्भ में समझ व सम्मान बढ़ाने के लिए शैक्षणिक संस्थानों के साथ साझेदारी बहुत महत्वपूर्ण है।