अपने किसी सगे-संबंधी को खोने के ग़म से उभर पाना काफी मुश्किल होता है | यह पीड़ा तब और असहनीय हो जाती है, जब आपको उनका कोई अता-पता ना चले, उनकी कोई खोजखबर तक ना मिले कि उनके साथ क्या त्रासदी हुई |

नेपाल में इस समय 1300 से ज्यादा लोग लापता लोगों की सूची में है और उनके परिवार वाले मांग कर रहे है कि उन्हें इस संबंध में जानकारी उपलब्ध करायी जाए | दस सालों तक तनावपूर्ण माहौल से गुजरने के बाद अब नेपाल में शान्ति लौटी है |  आई सी आर सी ना केवल इन परिवारों को सहायता प्रदान कर रही है , बल्कि उनको इस तनाव के दौर से पैदा हुए मनोसामाजिक सदमे से उबरने में भी सहयोग कर रही है |

हाल ही में 30 अगस्त को अंतर्राष्ट्रीय गुमशुदा दिवस (इंटरनेशनल डे ऑफ़ दी डिसअपियर्ड) के मौके पर इनमे से कई परिवार इकठ्ठा हुए और उन्होंने संबंधित अधिकारियों से मुलाकात कर  पीड़ित परिवारों ने अंतर्राष्ट्रीय मानवीय क़ानून का हवाला देते हुए उन अधिकारियों को अपने कर्तव्यों का सही निर्वाहन करने का आग्रह किया |