आपदा लोगों को विविध प्रकार से प्रभावित करती हैं, फिर चाहे वो प्राकृतिक हों या मानव-निर्मित। ऐसी स्थितियों में महिलाएं आर्थिक, भौतिक और शारीरिक रूप से सुरक्षित न होने के कारण कमज़ोर हो सकतीं हैं।

अंतराष्ट्रीय रेड क्रॉस समिति (आइ.सी.आर.सी.) ने महिला फीचर सर्विस (डब्लू.एफ.एस.) के साथ मिलकर 20 जुलाई को दिल्ली में छठे मानवीय टिफ़िन टॉक का आयोजन किया। इस टिफ़िन टॉक में आपदा के बाद के परिदृश्य में महिलाओं की ज़रूरतों और दिक्कतों को सम्बोधित किया गया। राखी बख्शी द्वारा संचालित इस टिफ़िन टॉक के प्रख्यात वक्ताओं के पैनल में थीं – द वीक मैगज़ीन द्वारा सम्मानित ‘वूमन ऑफ़ द ईयर’ डॉ. रुक्मिणी राओ, दिल्ली विधानसभा की माननीय डिप्टी स्पीकर बन्दना कुमारी, तथा महिलावादी शिक्षाविद् बिजयलक्ष्मी नंदा।

 

पैनल चर्चा की फोटो  (©आइ.सी.आर.सी., आशीष भाटिया)

आइ.सी.आर.सी. नई दिल्ली