द इंटरनेशनल कमेटी ऑफ़ रेड क्रॉस ( आईसीआरसी ) के नई दिल्ली के क्षेत्रीय डेलीगेशन ने हाल ही में  यूनाइटेड नेशंस पीसकीपिंग कोर्स फॉर अफ्रीकन पार्टनर्स (यूएनसीएपी ) कार्यक्रम के तहत सशस्त्र सेनाओं के 45 अधिकारियों के लिए कई व्याख्यान सभाओं का आयोजन किया।

तीन सप्ताह के इस कोर्स का आयोजन नई दिल्ली स्थित सेंटर फॉर यूनाइटेड नेशंस पीसकीपिंग (सीयूएनपीके) द्वारा किया गया था। इस कोर्स की मदद से दूर-दराज़ के देशों या क्षेत्रों में जाने वाले संयुक्त राष्ट्र के अभियानों पर जाने वाले अधिकारियों को आईसीआरसी द्वारा पालन किए जाने वाले  नियमों और अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून (आईएचएल ) की बारीकियों से से वाकिफ कराया जाता है।

जिन क्षेत्रों में संयुक्त परिषद् शान्ति स्थापना दूतों को भेजा जाता है, वहाँ नागरिक आबादी की सुरक्षा का ख़ास ध्यान रखना उनकी मूलभूत जिम्मेदारियों में शुमार है। उनसे यह भी अपेक्षा की जाती है कि  वो जिन इलाकों में तैनात हैं, वहाँ पर लागू होने वाले सभी स्थानीय, देशीय और अंतर्राष्ट्रीय कानूनों का पालन नियमानुसार किया  जाए। इनमें से कुछ ऐसे देश या क्षेत्र भी होते हैं, जहां अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून लागू है।

सीयूएनपीके  इन अधिकारियों के लिए हर साल तीन अंतर्राष्ट्रीय और नौ राष्ट्रीय पाठ्यक्रमों का आयोजन करता है। अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून की जानकारी इसी पाठ्यक्रम का हिस्सा है।

इस साल यूएनसीएपी ने आईसीआरसी को  “संयुक्त राष्ट्र शान्ति अभियानों में अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून के प्रसार और नियम बाध्यता” विषय पर व्याख्यान के लिए आमंत्रित किया।

इस प्रसार सत्र में 19 अफ़्रीकी देशों के 36 अधिकारियों  समेत अमरीका और भारत के दो-दो अधिकारियों ने हिस्सा लिया। इनके अलावा भारत और अफ्रीका के पांच पूर्व प्रशिक्षक भी इस सत्र में शामिल हुए।