जेरेमी इंग्लैंड ने आई सी आर सी भूटान, भारत, नेपाल और मालदीव के लिए, नई दिल्ली में स्थापित क्षेत्रीय प्रतिनिधिमंडल के नए प्रमुख के रूप में कर्तव्यों को ग्रहण किया। यह प्रतिनिधिमंडल, एशिया प्रशांत क्षेत्र में, कानूनी विषयगत और परिचालन सलाह और सेवाएं प्रदान करता है।

इससे पहले श्री इंग्लैंड मलेशिया के कुआला लम्पुर में क्षेत्रीय प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख रह चुके है, जिनमे सिंगापुर और ब्रुनाई भी शामिल थे। इंग्लैंड आई सी आर सी के सिडनी, ऑस्ट्रेलिया कार्यस्थल में प्रमुख के तौर पर कार्य संभल चुके है जहां वो कानून विशेषज्ञ, संचार और अनुसंधान दल का नेतृत्व भी कर चुके है। यह आई सी आर सी के वैश्विक मुद्दों और गतिविधियों का प्रतिनिधित्व करने, अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून को बढ़ावा देने और क्षेत्र में सरकारों की सहायता से इसे लागू करने पर केंद्रित था।

इंग्लैंड ने वर्तमान पद, अंतर्राष्ट्रीय सहायता के क्षेत्र में 20 साल के ज़बरदस्त कार्य अनुभव के बाद अर्जित किया है। इसमें अफ्रीका, एशिया, यूरोप और ओशिनिया में विस्तारित अवधि के लिए कार्य भी शामिल है। उन्होंने गैर-सरकारी संगठनों और संयुक्त राष्ट्र के साथ भी काम किया है।

अपने कैरियर के दौरान, इंग्लैंड की जिम्मेदारियां विश्लेषण और नीति विकास, सहयोग और समन्वय सहायता, सुरक्षा और मानवीय आपात स्थिति और विकास कार्यक्रमों का परिचालन प्रबंधन थी। आपको संक्रमणकालीन या अस्थिर वातावरण में असुरक्षित आबादी की सहायता, बड़े पैमाने पर एकीकृत सुरक्षा और सहायता कार्यक्रमों के समन्वय के माध्यम से, साथ ही स्थानीय संरचनाओं (सरकार और अन्य) के लिए क्षमता निर्माण सहायता के प्रावधान के माध्यम से विशेष रूप से विशेषज्ञता हासिल है। आपको बड़े पैमाने पर एकीकृत सुरक्षा और सहायता कार्यक्रमों के समन्वय के माध्यम से तथा साथ ही स्थानीय संरचनाओं (सरकार और अन्य) के लिए  क्षमता निर्माण सहायता के माध्यम से संक्रमणकालीन या अस्थिर वातावारण में असुरक्षित आबादी की सहायता करने की विशेषज्ञता हासिल है।

उसके बाद से उन्होंने अपने नए स्थान में काम शुरू कर दिया है।

उनके साथ ट्विट्टर के माध्यम से संपर्क स्थापित करें @jbengland

नई दिल्ली में आई सी आर सी के क्षेत्रीय प्रतिनिधिमंडल के निवर्तमान अध्यक्ष मेरी वर्न्त्ज़ के मिशन के अंतिम चरण को चिह्नित करने के लिए आयोजित किये गए कार्यक्रम के कुछ महत्वपूर्ण क्षण: (©आई सी आर सी, दलजीत सिंह):